सनातन धर्म, जिसे आज हम हिन्दू धर्म के नाम से जानते हैं, एक अत्यंत प्राचीन और ज्ञानसम्पन्न परंपरा है। इसमें हजारों वर्षों से संचित दिव्य ज्ञान, आध्यात्मिकता, धर्म-अधार्मिक कर्तव्य, और जीवनशैली से जुड़ी बातें अनेक ग्रंथों में संकलित हैं।
इस लेख में हम समझेंगे कि सनातन धर्म के ग्रंथ कितने प्रकार के होते हैं, उनके नाम, उद्देश्य और महत्व क्या हैं, और इनका क्रमानुसार चार्ट क्या है।
🔰 ग्रंथों के प्रमुख वर्ग (Main Categories of Hindu Scriptures)
सनातन धर्म में ग्रंथों को मुख्यतः 5 श्रेणियों में बांटा गया है:
1️⃣ श्रुति (Shruti) — ईश्वर से प्राप्त ज्ञान
श्रुति का अर्थ है “जो सुना गया”। यह ज्ञान ऋषियों ने ध्यान में प्राप्त किया और वेदों के रूप में संकलित किया।
इसमें आते हैं:
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चार वेद:
🔹 ऋग्वेद
🔹 यजुर्वेद
🔹 सामवेद
🔹 अथर्ववेद -
उपनिषद (108 उपनिषद): आत्मा, ब्रह्म और मोक्ष की शिक्षा
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वेदांग (6 अंग): वेदों को समझने के लिए सहायक ग्रंथ जैसे छंद, व्याकरण, ज्योतिष आदि
2️⃣ स्मृति (Smriti) — सामाजिक नियमों का संग्रह
स्मृति का अर्थ है “जो याद रखा गया”। यह वेदों के बाद लिखा गया साहित्य है जिसमें धर्म, समाज और आचार-संहिता से जुड़े नियम बताए गए हैं।
प्रमुख स्मृतियाँ:
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मनुस्मृति, याज्ञवल्क्य स्मृति
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महाभारत (जिसमें भगवद गीता शामिल है)
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रामायण
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नीति ग्रंथ: चाणक्य नीति, पंचतंत्र, हितोपदेश
3️⃣ पुराण (Puran) — इतिहास, कथाएँ और धर्म प्रचार
“पुराण” का अर्थ है — “प्राचीन ज्ञान”। इसमें भगवानों की कथाएँ, अवतार, सृष्टि की उत्पत्ति, भविष्यवाणी, और धार्मिक अनुष्ठान शामिल हैं।
मुख्य पुराण:
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18 महापुराण: भागवत, शिव, विष्णु, ब्रह्म, गरुड़, स्कन्द आदि
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18 उपपुराण: क्षेत्र, तीर्थ, देवी-देवताओं की स्थानीय कथाएँ
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गरुड़ पुराण: मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा और कर्मफल
4️⃣ आगम और तंत्र ग्रंथ
ये ग्रंथ पूजा-पद्धति, मंत्र-तंत्र, मंदिरों की रचना और साधना-विधियों से संबंधित हैं।
प्रकार:
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शैव आगम
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वैष्णव आगम
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शाक्त तंत्र
इनमें योग, ध्यान, चक्र, कुंडलिनी और गुप्त साधनाओं की जानकारी मिलती है।
5️⃣ दर्शन शास्त्र (Philosophical Systems)
ये ग्रंथ जीवन, आत्मा, ब्रह्म और सृष्टि की प्रकृति को तर्क और विश्लेषण से समझाते हैं।
छह दर्शन:
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सांख्य दर्शन
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योग दर्शन (पतंजलि योगसूत्र)
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न्याय दर्शन
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वैशेषिक दर्शन
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मीमांसा दर्शन
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वेदांत दर्शन (उपनिषद आधारित)
🧾 सनातन धर्म ग्रंथों का चार्ट (Table Format)
श्रेणी | उपवर्ग / ग्रंथ | विषयवस्तु |
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श्रुति | वेद, उपनिषद, वेदांग | ईश्वर का प्रत्यक्ष ज्ञान, आध्यात्मिकता |
स्मृति | रामायण, महाभारत, नीति ग्रंथ | समाजिक नियम, धर्म, जीवनशैली |
पुराण | 18 पुराण, उपपुराण | धर्म, कथा, इतिहास, भविष्यवाणी |
आगम / तंत्र | शैव, वैष्णव, शाक्त आगम | पूजा, साधना, तंत्र-मंत्र |
दर्शन | 6 दर्शन शास्त्र | मोक्ष के लिए तर्क व विश्लेषण |
🙏 निष्कर्ष (Conclusion)
सनातन धर्म का साहित्य इतना विशाल और गहन है कि उसे एक जीवन में पूरी तरह पढ़ पाना भी कठिन है। परंतु अगर हम उसे श्रेणियों में समझें, तो यह बेहद सरल हो जाता है।
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श्रुति और वेद हैं — आत्मा का विज्ञान।
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स्मृति और महाकाव्य हैं — जीवन का व्यवहारिक मार्गदर्शन।
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पुराण हैं — धर्म की कहानियों में ज्ञान का संचार।
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आगम और तंत्र हैं — साधना का रहस्य।
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दर्शन हैं — मोक्ष की बौद्धिक सीढ़ियाँ।